जीतेंगे हर बाजी
जीतेंगे आज नहीं तो कल,मन में ये विश्वास रहे।
शाम-सुबह तो आती-जाती,दिल होकर न उदास रहे।।
आने वाले पल में क्या हो,
ये किसने जाना प्यारे।
बंद नयन में देख अँधेरा,
खोले तो शोख़ नज़ारे।
मन को जिसने है जीत लिया,उसके दिल उल्लास रहे।
जीतेंगे आज नहीं तो कल,मन में ये विश्वास रहे।।
हार मिले तो कारण जानो,
जीत तुम्हारी फिर होगी।
मरहम ज़ख्मों पर लगता जब,
ठीक बनेगा तब रोगी।
बोया बीज उगेगा कल को,पल-पल ये अहसास रहे।
जीतेंगे आज नहीं तो कल,मन में ये विश्वास रहे।।
–आर.एस.प्रीतम