Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2024 · 1 min read

हमनवा

मैने उनसे नज़र क्या मिलाई, वो हमारे दिवाने हो गए!
गुफ्तगू शुरु हुई थी कि,मिलने मिलाने के बहाने हो गए!!
चार दिनो की मुलाकात महज़ इक इतैफाक ही तो था,
उनको उगली पकडाई न थी, कलाई को थमाने हो गए!!
यह भी कोई रसूखे मौहब्बत तो नही है,ऐ मेरै हमसफर,
क्या कहे तेरी बेहयाई,तुम तो किस कदर दिवाने हो गए?
चंद दिनो का साथ और चंद कदमो का ये अहले सफर,
सोचा न था कि मेरे हमनवा बनकर वो भी पुराने हो गए!!

सर्वाधिकार सुरछित मौलिक रचना
बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेठ कवि.पत्रकार
202 नीरव निकुजं फेस -2 सिकंदरा,आगरा -282007
मो:9412443093

Language: Hindi
100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Bodhisatva kastooriya
View all
You may also like:
" मुरादें पूरी "
DrLakshman Jha Parimal
पर्यावरण
पर्यावरण
Dinesh Kumar Gangwar
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
खामोशी इबादत है ,सब्र है, आस है ,
Neelofar Khan
भगवा रंग में रंगें सभी,
भगवा रंग में रंगें सभी,
Neelam Sharma
जज्बात
जज्बात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुझे खो कर तुझे खोजते रहना
तुझे खो कर तुझे खोजते रहना
अर्चना मुकेश मेहता
मेरी एक सहेली है
मेरी एक सहेली है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
कृष्ण सा हैं प्रेम मेरा
The_dk_poetry
कामयाबी का नशा
कामयाबी का नशा
SHAMA PARVEEN
4311💐 *पूर्णिका* 💐
4311💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पाँव पर जो पाँव रख...
पाँव पर जो पाँव रख...
डॉ.सीमा अग्रवाल
खूब जलेंगे दीप
खूब जलेंगे दीप
surenderpal vaidya
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
मैं रूठूं तो मनाना जानता है
Monika Arora
The Sky...
The Sky...
Divakriti
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
Krishna Manshi
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
मैने थोडी देर कर दी,तब तक खुदा ने कायनात बाँट दी।
Ashwini sharma
ना जाने किस मोड़ पे भाग्य किसी का बदल जाए!
ना जाने किस मोड़ पे भाग्य किसी का बदल जाए!
Ajit Kumar "Karn"
तलवारें निकली है तो फिर चल जाने दो।
तलवारें निकली है तो फिर चल जाने दो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
स्याही की
स्याही की
Atul "Krishn"
*वकीलों की वकीलगिरी*
*वकीलों की वकीलगिरी*
Dushyant Kumar
🌳 *पेड़* 🌳
🌳 *पेड़* 🌳
Dhirendra Singh
मैं अपना जीवन
मैं अपना जीवन
Swami Ganganiya
प्रीतघोष है प्रीत का, धड़कन  में  नव  नाद ।
प्रीतघोष है प्रीत का, धड़कन में नव नाद ।
sushil sarna
आज कल परिवार में  छोटी छोटी बातों को अपने भ्रतिक बुद्धि और अ
आज कल परिवार में छोटी छोटी बातों को अपने भ्रतिक बुद्धि और अ
पूर्वार्थ
आज़ादी के दीवानों ने
आज़ादी के दीवानों ने
करन ''केसरा''
तुम मेरे बाद भी
तुम मेरे बाद भी
Dr fauzia Naseem shad
"हूक"
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय*
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU SHARMA
What can you do
What can you do
VINOD CHAUHAN
Loading...