हनुमान (पद)
जय जय राम भक्त हनुमान ।।
पवनपुत्र अंजनि के लाला ,हनुमन महावीर बलवान ।।
तन सिंदूरी रंग लगाए ,और लाल पहने परिधान ।।
हाथ गदा दिल राम समायें, राम राम का करते गान ।।
संजीवन बूटी ले आये ,पवन समान रहे गतिमान ।।
वानर का रँग रूप लिए पर,नीति अनीति का रखते ज्ञान ।।
ये हैं राम चरण अनुरागी,सीता माने मात समान।।
राम भक्त ये खुद को कहते, , मगर हमारे ये भगवान।।
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद