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5 Oct 2020 · 1 min read

” हद मत पार करो “

हर रिश्ते – संबंधों में एक सीमा रेखा होती है
इस सीमा रेखा का हमेशा ध्यान करो
किसी भी कीमत पर तुम इसको
मत पार करो मत पार करो ,

बच्चे को तो तुम बच्चा ही रहने दो
इसके बचपन को नही तुम बर्बाद करो
कैसी भी हालात में अपनी सीमा रेखा
मत पार करो मत पार करो ,

स्त्रियों को लेकर अपनी नियत साफ रखो
उन पर नही तुम कोई अत्याचार करो
अपनी हैवानियत की सीमा रेखा
मत पार करो मत पार करो ,

अपनी मर्जी से जीना हर व्यक्ति का हक़ है
उनके हक को नही तुम अस्वीकार करो
इस हक के हद की सीमा रेखा
मत पार करो मत पार करो ,

सरहदों पर भी बनती है सरहदों की रेखाऐं
चैनो – अमन होगा जब इसको स्वीकार करो
किसी भी सरहद की सीमा रेखा
मत पार करो मत पार करो ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 25/09/2020 )

Language: Hindi
2 Comments · 291 Views
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