Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

हठधर्मिता से रखिए दूरी

प्राणी हठ धर्मी बनकर के,
कष्ट बहुत है जग में पाता।
सोच नियत तब उसकी होती,
भाव धैर्य का है घट जाता।।

हर इक प्राणी को ब्रह्मा ने,
सोच समझ कर खूब बनाया।
सकल जगत यह चले उचित पथ,
गुण दोषों का साज सजाया।
हर प्राणी के सुख वैभव का,
जोड़ा फिर कर्मों से नाता।
प्राणी हठ धर्मी बनकर के,
कष्ट बहुत है जग में पाता।।

उचित बुद्धि भी सबको देकर,
ज्ञान पंथ समुचित दिखलाया।
धैर्य प्रेम को मधु जीवन का,
अनुपम सा उपहार बताया।
ज्ञान चक्षु जो चले खोलकर,
उत्तम जीवन तत बन जाता।
प्राणी हठ धर्मी बनकर के,
कष्ट बहुत है जग में पाता।

फिर भी कुछ जग प्राणी देखो,
व्यर्थ अहम को हैं अपनाते।
नियत सोच के जाल पाश में,
निज जीवन को स्वयं फंसाते।
स्वयं कर्म को सही समझ कर,
बिना विचारे बढ़ता जाता।
प्राणी हठ धर्मी बनकर के,
कष्ट बहुत है जग में पाता।।

हठ धर्मी बनकर रावण ने,
सीता हर श्री को ललकारा।
ज्ञानी पंडित देखो कैसे,
कुल समेत प्राणों को हारा।।
ओम सदा ही सबसे कहता,
सुख दुख का है हठ से नाता।
प्राणी हठ धर्मी बनकर के,
कष्ट बहुत है जग में पाता।

ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
कानपुर नगर

1 Like · 75 Views

You may also like these posts

कितने चेहरे मुझे उदास दिखे
कितने चेहरे मुझे उदास दिखे
Shweta Soni
प्राण प्रतिष्ठा और दुष्ट आत्माएं
प्राण प्रतिष्ठा और दुष्ट आत्माएं
Sudhir srivastava
!! शेर !!
!! शेर !!
डी. के. निवातिया
महाकाल का आंगन
महाकाल का आंगन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
फसल , फासला और फैसला तभी सफल है अगर इसमें मेहनत हो।।
डॉ० रोहित कौशिक
"दुनियादारी"
ओसमणी साहू 'ओश'
उपलब्धियां
उपलब्धियां
ललकार भारद्वाज
जिस पर करते हैं टूट जाता है।
जिस पर करते हैं टूट जाता है।
Dr fauzia Naseem shad
শিব ও কালীর গান
শিব ও কালীর গান
Arghyadeep Chakraborty
गंगा...
गंगा...
ओंकार मिश्र
ঈশ্বর কে
ঈশ্বর কে
Otteri Selvakumar
बादलों की आवाज आई वह खड़ी थी वहां पर एक बूंद ऊस पर भी गि
बादलों की आवाज आई वह खड़ी थी वहां पर एक बूंद ऊस पर भी गि
Ashwini sharma
हमारे ख्यालों पर
हमारे ख्यालों पर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वसंत की बहार।
वसंत की बहार।
Anil Mishra Prahari
शख्शियत
शख्शियत
आर एस आघात
888B là địa điểm chơi game trực tuyến với nhiều trò chơi hấp
888B là địa điểm chơi game trực tuyến với nhiều trò chơi hấp
888B
मेरा हृदय खुली पुस्तक है
मेरा हृदय खुली पुस्तक है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
प्रेम सिर्फ आश्वासन नहीं देता बल्कि उन्हें पूर्णता भी देता ह
प्रेम सिर्फ आश्वासन नहीं देता बल्कि उन्हें पूर्णता भी देता ह
पूर्वार्थ
समय चाहे अच्छा हो या बुरा,
समय चाहे अच्छा हो या बुरा,
Ragini Kumari
एक और द्रोपदी
एक और द्रोपदी
आशा शैली
दो वक्त की रोटी नसीब हो जाए
दो वक्त की रोटी नसीब हो जाए
VINOD CHAUHAN
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जमाने में
जमाने में
manjula chauhan
"शहनाई की गूंज"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वीरों की अमर कहानी
वीरों की अमर कहानी
डिजेन्द्र कुर्रे
खबर
खबर
Mukesh Kumar Rishi Verma
ये खामोशियाँ मुझको भाने लगीं हैं।
ये खामोशियाँ मुझको भाने लगीं हैं।
Manisha Manjari
🙅क्षमा करें🙅
🙅क्षमा करें🙅
*प्रणय*
Loading...