Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2020 · 1 min read

हकीकत

122 122 122 122

तुम्हीं से मोहब्बत तुम्हीं से शिकायत ।
तुम्हीं से गिला है तुम्हीं से नज़ाकत।

वफ़ा में जमाना यहां है सितमगर।
उसे रश्क तुमसे तुम्हीं से किताबत।

मुकम्मल मोहब्बत जहां में किसे है।
मगर है मोहब्बत सही में तिजारत।

यहां दोस्ती है अगर सामने से
मगर पीठ पीछे करेगा अदावत।

न मेरा न तेरा किसी का नहीं है ।
कहा आज दीपक जहां का कहावत।

©®दीपक झा रुद्रा

3 Likes · 1 Comment · 254 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

एक बार होता है
एक बार होता है
Pankaj Bindas
एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए (गीतिका )
एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए (गीतिका )
Ravi Prakash
भगवान
भगवान
Anil chobisa
3331.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3331.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
स्वार्थ से परे
स्वार्थ से परे
Seema gupta,Alwar
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
Lokesh Sharma
मेंहदी राचे है लाल ,
मेंहदी राचे है लाल ,
Vibha Jain
ज़हन खामोश होकर भी नदारत करता रहता है।
ज़हन खामोश होकर भी नदारत करता रहता है।
Phool gufran
जै जै जै गण पति गण नायक शुभ कर्मों के देव विनायक जै जै जै गण
जै जै जै गण पति गण नायक शुभ कर्मों के देव विनायक जै जै जै गण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
कोई ऐसा बोलता है की दिल में उतर जाता है
कवि दीपक बवेजा
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय*
कविता
कविता
Shiva Awasthi
हमसफ़र
हमसफ़र
Arvina
कविता क्या होती है...?
कविता क्या होती है...?
Rajdeep Singh Inda
इंतजार
इंतजार
Sumangal Singh Sikarwar
जो दुआएं
जो दुआएं
Dr fauzia Naseem shad
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
VINOD CHAUHAN
जला दो दीपक कर दो रौशनी
जला दो दीपक कर दो रौशनी
Sandeep Kumar
मेरी फूट गई तकदीर
मेरी फूट गई तकदीर
Baldev Chauhan
शीर्षक - घुटन
शीर्षक - घुटन
Neeraj Agarwal
या खुदा तूने मुझे ये कैसा मंजर दिखाया है,
या खुदा तूने मुझे ये कैसा मंजर दिखाया है,
Jyoti Roshni
फुर्सत नहीं है
फुर्सत नहीं है
Dr. Rajeev Jain
मतदान से, हर संकट जायेगा;
मतदान से, हर संकट जायेगा;
पंकज कुमार कर्ण
प्यासा के राम
प्यासा के राम
Vijay kumar Pandey
अधूरी ख्वाहिशें
अधूरी ख्वाहिशें
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
आज की इस भागमभाग और चकाचौंध भरे इस दौर में,
आज की इस भागमभाग और चकाचौंध भरे इस दौर में,
पूर्वार्थ
प्रेम की दास्तां
प्रेम की दास्तां
Pushpa Tiwari
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
सत्य कुमार प्रेमी
जी चाहता है
जी चाहता है
Shyam Sundar Subramanian
सजल
सजल
seema sharma
Loading...