हँसो तो -डी के निवातिया
हँसो तो
हँसो तो किसी को हँसाने के लिए,
रोना नहीं किसी को रुलाने के लिए,
कभी झुकना भी पड़े तो झुक जाना,
किसी अपने रूठे को मनाने के लिए !!
!
डी के निवातिया
हँसो तो
हँसो तो किसी को हँसाने के लिए,
रोना नहीं किसी को रुलाने के लिए,
कभी झुकना भी पड़े तो झुक जाना,
किसी अपने रूठे को मनाने के लिए !!
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डी के निवातिया