Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2020 · 1 min read

}}सड़क{{【【एक राही】】

बन सड़क
चल बेधड़क
रुक न किसी मोड़।
***
मेहनत ख़ुद
रंग लाएगी
तु क़दम बढ़ा पुलजोर।
***
अनसुना कर
बातों को जो
खींचे पीछे की ओर।
***
कमजोर इरादों
से रख दूरी
कड़ी सोच से रिश्ता जोड़।
***
नही जंग
ग़ैरों से तेरी
तेरी ख़ुद से होड़।
***
शांत भाव से
कर पीछा मन्ज़िल का
न होने दे कुछ शोर।
***
रीत रिवाज़ तू
देख न हर
बंदिश का शीशा फोड़।
***
आप ही सब
मिल जाएगा जब वक़्त
लेगा करवट तेरी ओर।
***
भाग निकला कर
आगे जा
दुनिया को पीछे छोड़।
***
है जितनी
पैरों में ताक़त उतनी
ताक़त से तू दौड़।

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 271 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
एक सवाल ज़िंदगी है
एक सवाल ज़िंदगी है
Dr fauzia Naseem shad
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
कुछ नहीं.......!
कुछ नहीं.......!
विमला महरिया मौज
🚩पिता
🚩पिता
Pt. Brajesh Kumar Nayak
23/22.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/22.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सेवा कार्य
सेवा कार्य
Mukesh Kumar Rishi Verma
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है।
सत्य कुमार प्रेमी
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
रै तमसा, तू कब बदलेगी…
Anand Kumar
कश्ती औऱ जीवन
कश्ती औऱ जीवन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बूथ लेवल अधिकारी(बीएलओ)
बूथ लेवल अधिकारी(बीएलओ)
gurudeenverma198
*भरोसा तुम ही पर मालिक, तुम्हारे ही सहारे हों (मुक्तक)*
*भरोसा तुम ही पर मालिक, तुम्हारे ही सहारे हों (मुक्तक)*
Ravi Prakash
हज़ारों रंग बदलो तुम
हज़ारों रंग बदलो तुम
shabina. Naaz
गौरवपूर्ण पापबोध
गौरवपूर्ण पापबोध
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मिसाल उन्हीं की बनती है,
मिसाल उन्हीं की बनती है,
Dr. Man Mohan Krishna
क्या अजीब बात है
क्या अजीब बात है
Atul "Krishn"
💐प्रेम कौतुक-506💐
💐प्रेम कौतुक-506💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
इंसानियत अभी जिंदा है
इंसानियत अभी जिंदा है
Sonam Puneet Dubey
स्तंभ बिन संविधान
स्तंभ बिन संविधान
Mahender Singh
दूसरों की आलोचना
दूसरों की आलोचना
Dr.Rashmi Mishra
फितरत न कभी सीखा
फितरत न कभी सीखा
Satish Srijan
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
कवि दीपक बवेजा
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
संस्कारधर्मी न्याय तुला पर
Dr MusafiR BaithA
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
Umender kumar
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
गुनाह ना करके भी
गुनाह ना करके भी
Harminder Kaur
उनकी यादें
उनकी यादें
Ram Krishan Rastogi
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – भातृ वध – 05
Kirti Aphale
विधाता का लेख
विधाता का लेख
rubichetanshukla 781
Loading...