स्वास्थ्य और योग
योग कीजिए दूर हों, …….शारीरिक सब रोग।
स्वास्थ्य रहें और भोगिए, जीवन के सब भोग।
जीवन के सब भोग, मानसिक शांति मिलेगी।
निर्विकार हो काया, …..कंचन भांति खिलेगी।
कह चाचा कवि योग में हो रहे सफल प्रयोग।
जीवन जीने की कला …..सिखा रहा है योग।
……..✍️ प्रेमी