स्वार्थी
है यह ऐसा शब्द जो दुनिया की नज़रों में बहुत बुरा पर मेरे लिए अच्छा है,
मतलब की इस दुनिया में खुद के लिए सोच सकु ऐसा वो इरादा है,
झूठ फरेब नहीं जहां लबों पर सिर्फ हाल ए दिल बंया करता है,
अपना फायदा सोचने की हिदायत यह शान से देता है,
भले ही सोचता यह सिर्फ अपने बारे में पर नुकसान किसी को न पहुंचाता है,
अगर नहीं कर सकता किसी की मदद तो हानि भी नहीं पहुंचाता है,
जो सोचकर सिर्फ अपने फायदे की दूसरों का दिल शान से दुखाता है,
मेरी नज़रों में वो इस जहां में स्वार्थी कहलाने के लायक भी नहीं होता है,
अपने चेहरे की मुस्कान के लिए जो रोते चेहरे को हंसाता है,
उस जैसा स्वार्थी इस दुनिया में हर किसी को शान से भाता है,
काम करके जो दूसरों का अपने फायदे की भी सोचता है,
असल में वो इस फरेब की दुनिया में जीने का ढंग जानता है,
जो होता खुद से बेफिक्र पर दूसरो के लिए हर पल तैयार रहता है,
वो असल में इस दुनिया में सिर्फ तड़प और आंसू का बोझ उठाता है,
स्वार्थी होना गलत नहीं बस किसी की आत्मा यहां दुखनी नहीं चाहिए,
अगर दुखी किसी की आत्मा तो खुदा की हर इबादत बद्दुआ में तब्दील हो जाएगी