!!! स्वार्थी संसार के कुछ लोग !!!
दुनिया को न जाने क्या हो चला है
हर वक्त खून उबाल कर रखती है
किसी पर भी लांछन लगा देने
की बहुत कुव्वत रखती है !!
अपने स्वार्थ के आगे उनको कुछ नहीं भाता
दर्द खुद के अंदर हैं पर दुसरे का सुख बहुत सताता
अपनी खोदी कब्र पर नजर नहीं उनकी
दूसरे की मय्यत देख दिल न जाने क्यूं भाता !!
किसी की तो दुनिया उजड़ गयी
कोई तो बर्बाद हो रहा है
किसी के दिल पर क्या गुजर रही है
बस उस का तमाशा देखना इनको है आता !!
कीचड कैसे उछाला जायेगा
मानसिकता कैसे किसी की भंग की जाएगी
जीवन में कुछ ऐसे लोगो को
न जाने किस तरह का आनन्द है आता !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ