Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2021 · 2 min read

“स्वामीभक्त”

“स्वामीभक्त”
____________

एक लड़का जिसका नाम सुरेश था।
वह दिन भर भगवान का पूजा करता था।
इसी कारण लोग उसे भक्ता, के नाम से पुकारते थे ।
एक दिन सुरेश पूजा कर रहा था, तभी उसकी मां स्वामी उसे बुलाने लगी की बेटा खाना खा लो।
सुरेश ने कोई जवाब न दिया, क्योंकि वह पूजा कर रहा था।
जब वह पूजा करके उठा तो, उसकी मां ने कहा बेटा तुम इतनी विलंब से और इतनी देर रोज पूजा क्यों करते हो, अगर पूजा करनी ही है तो एकदम सुबह उठा करो और जल्दी से पूजा करके समय से नाश्ता कर लिया करो। स्वास्थ की रक्षा ही सबसे बड़ी पूजा है, मां ने उसे समझाया पर वह नहीं समझा।
रात को उसके पापा घर आए, थोड़ी देर बाद सुरेश ने अपने पापा से कहा पापा क्या पूजा करना, गलत होता है। उसके पापा ने कहा, नहीं बेटा; ऐसा तुमसे किसने कहा, फिर सुरेश ने कहा; मां ने।
अगले दिन सुरेश के पापा उसकी मां को समझाने लगे की तुमने उसे पूजा करने से मना क्यों किया। उसकी मां ने कहा क्योंकि वह पूजा करने के चक्कर में खाना भी नहीं खाता, हमने तो उसको बस समय से उठने और समय से नाश्ता करने को कहा।क्योंकि उसका स्वास्थ दिनोदिन खराब होते जा रहा है।
इसी पर वो गुस्सा गया।

कुछ दिनों बाद अपनी मां कि बात नही मानने के कारण उसका तबियत बहुत खराब हो गया और उसका पूजा पाठ कई दिनों तक छूट गया। सुरेश बहुत परेशान रहने लगा, क्योंकि उसको भगवान में बहुत आस्था थी, बिना पूजा पाठ के वह नहीं रह सकता था।

अब उसे मां की बात याद आने लगी और उसे बहुत पछतावा हुआ की यदि वो समय से मां की बातों को सुना और उसका पालन किया होता तो, आज वह ठीक होता और उसका पूजा भी नहीं छूटता।
फिर वह समय से सब कुछ करने लगा , और मां की बातों का पालन करने लगा।
फिर वह पूरा स्वस्थ रहने लगा और स्वामीभक्त के नाम से जाना जाने लगा।

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि समय के महत्त्व को समझना चाहिए और अपने माता पिता की बात माननी चाहिए।
********************************

..✍️प्रांजल
.. कटिहार।

Language: Hindi
8 Likes · 4 Comments · 694 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
3673.💐 *पूर्णिका* 💐
3673.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
खुद से ही अब करती बातें
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
किया आप Tea लवर हो?
किया आप Tea लवर हो?
Urmil Suman(श्री)
परिभाषा संसार की,
परिभाषा संसार की,
sushil sarna
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
* प्यार का जश्न *
* प्यार का जश्न *
surenderpal vaidya
वो भी क्या दिन थे क्या रातें थीं।
वो भी क्या दिन थे क्या रातें थीं।
Taj Mohammad
"ऐ इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
#लघुकथा / #भड़ास
#लघुकथा / #भड़ास
*प्रणय*
किसी के लिए आफ़त है..
किसी के लिए आफ़त है..
Ranjeet kumar patre
“क्योंकि हरेक पति की एक कहानी है ,
“क्योंकि हरेक पति की एक कहानी है ,
Neeraj kumar Soni
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
कली से खिल कर जब गुलाब हुआ
नेताम आर सी
तुम्हारी आँखें...।
तुम्हारी आँखें...।
Awadhesh Kumar Singh
नींव की ईंट
नींव की ईंट
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
करे मतदान
करे मतदान
Pratibha Pandey
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
याद रखना कोई ज़रूरी नहीं ,
Dr fauzia Naseem shad
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
भारत में सबसे बड़ा व्यापार धर्म का है
शेखर सिंह
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
gurudeenverma198
"यायावरी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
विनाश नहीं करती जिन्दगी की सकारात्मकता
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सलीके से हवा बहती अगर
सलीके से हवा बहती अगर
Nitu Sah
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
दिल के किसी कोने में अधुरी ख्वाइशों का जमघट हैं ।
Ashwini sharma
कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं।
कृष्ण प्रेम की परिभाषा हैं, प्रेम जगत का सार कृष्ण हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
भूखे हैं कुछ लोग !
भूखे हैं कुछ लोग !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
सब छोड़ कर चले गए हमें दरकिनार कर के यहां
सब छोड़ कर चले गए हमें दरकिनार कर के यहां
VINOD CHAUHAN
Love is
Love is
Otteri Selvakumar
"आपके पास यदि धार्मिक अंधविश्वास के विरुद्ध रचनाएँ या विचार
Dr MusafiR BaithA
मेरे हिस्से का प्यार भी तुझे ही मिले,
मेरे हिस्से का प्यार भी तुझे ही मिले,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...