Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2021 · 1 min read

स्वाभिमान

मैं,
अर्थात बस सिर्फ मैं,
जो एक नारी है,जो परिपूर्ण होना चाहती है,
ममत्व से,प्रेम से,स्नेह से,और हर बंधन से,
हाँ ,मुझमें शक्ति है,अंधकार को हराने की,
हर विकार को मिटाने की,और अपना बनाने की।
मैं, अगर अन्नपूर्णा हूँ,तो दुर्गा भी हो सकती हूँ,
मुश्किलों का सामना कर,हर दुःख को सह सकती हूँ।
हां,मैं थोड़ी सख्त भी हूँ,और शिथिल भी हो सकती हूँ,
अपनों की खातिर थोड़ी हिटलर भी हो सकती हूँ।
कभी पत्नी , कभी प्रेमिका, तो कभी साथी बन,
तुम पर प्रेम में लुटाती हूँ,
कमजोर पड़ते हो जब तुम ,तब तुम्हारी हिम्मत बन,
तुमको धीर में बंधाती हूँ।
कभी गुस्सा करते हो जब तुम,तब तुमसे छुपके, नीर मैं बहाती हूँ।
न गिला कोई,न शिकवा कोई,न थकना, न रुकना,
बस हमेशा चलती ही जाती हूँ।
लेकिन कभी -कभी ऐसे पल भी आते हैं,
जब कोई मुझे समझ नहीं पाता है।
और मैं खामोश ,बस सोच में पड़ जाती हूँ।
कि कौन हूँ मैं?, क्या अस्तित्व है मेरा?
खंगालती हूँ जब अपने वजूद के पन्ने,
जगाने को अपना सम्मान,फिर सोचती हूँ,
बहुत जी लिया सबकी खातिर,अब स्वयं बनानी है पहचान।
क्योंकि स्त्री हुई तो क्या हुआ,है आखिर मेरा भी अपना
******* स्वाभिमान****

Language: Hindi
1 Like · 395 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मोहब्बत अधूरी होती है मगर ज़रूरी होती है
मोहब्बत अधूरी होती है मगर ज़रूरी होती है
Monika Verma
#आज_की_कविता :-
#आज_की_कविता :-
*Author प्रणय प्रभात*
"लेखनी"
Dr. Kishan tandon kranti
यादों की सौगात
यादों की सौगात
RAKESH RAKESH
"हास्य व्यंग्य"
Radhakishan R. Mundhra
ख्वाबों ने अपना रास्ता बदल लिया है,
ख्वाबों ने अपना रास्ता बदल लिया है,
manjula chauhan
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
जिस्म से जान जैसे जुदा हो रही है...
Sunil Suman
दूसरे का चलता है...अपनों का ख़लता है
दूसरे का चलता है...अपनों का ख़लता है
Mamta Singh Devaa
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
एक दिन देखना तुम
एक दिन देखना तुम
gurudeenverma198
* शक्ति है सत्य में *
* शक्ति है सत्य में *
surenderpal vaidya
वीरगति सैनिक
वीरगति सैनिक
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्या हुआ ???
क्या हुआ ???
Shaily
मुझसे मिलने में तुम्हें,
मुझसे मिलने में तुम्हें,
Dr. Man Mohan Krishna
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
Shweta Soni
*नृप दशरथ चिंता में आए (कुछ चौपाइयॉं)*
*नृप दशरथ चिंता में आए (कुछ चौपाइयॉं)*
Ravi Prakash
हर इक सैलाब से खुद को बचाकर
हर इक सैलाब से खुद को बचाकर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
कुछ यथार्थ कुछ कल्पना कुछ अरूप कुछ रूप।
Mahendra Narayan
3165.*पूर्णिका*
3165.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
हरवंश हृदय
निश्छल प्रेम
निश्छल प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कर ले प्यार हरि से
कर ले प्यार हरि से
Satish Srijan
प्रयास
प्रयास
Dr fauzia Naseem shad
R J Meditation Centre
R J Meditation Centre
Ravikesh Jha
अन्नदाता किसान
अन्नदाता किसान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
I hope you find someone who never makes you question your ow
I hope you find someone who never makes you question your ow
पूर्वार्थ
नारियां
नारियां
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
शेखर सिंह
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...