स्वाती नक्षत्र जैसा तेरा प्यार जब झरेगा।
विषय- चमन
विधा- मुक्तक
स्वाती नक्षत्र जैसा तेरा प्यार जब झरेगा।
प्यासे पपीहे जैसा मुझे चैन तब मिलेगा।
बहती पवन बसंती मन सूखता है मेरा।
तेरे प्यार की हवा से दिल का चमन खिलेगा।
……..✍️ प्रेमी
विषय- चमन
विधा- मुक्तक
स्वाती नक्षत्र जैसा तेरा प्यार जब झरेगा।
प्यासे पपीहे जैसा मुझे चैन तब मिलेगा।
बहती पवन बसंती मन सूखता है मेरा।
तेरे प्यार की हवा से दिल का चमन खिलेगा।
……..✍️ प्रेमी