स्वर्ग का रास्ता यही है !
मैंने अपनी आँखें बंद की,
तो एक रास्ता नज़र आया |
सबसे अलग वह पथ था,
उसमे पुरे विश्व-जगत का अर्थ था |
में समझ गया,
स्वर्ग का रास्ता यही है ||
मैंने सामने देखा,
तो मेरे मन को पूर्व शान्ति मिली |
मन की सभी ईच्छाएँ मर गयीं,
लोभ, मोह, माया सब हट गयीं |
मैंने अपने अंदर झाँका,
तो सिर्फ अच्छाइयाँ ही दिखीं
और यही थी मेरे मन की शांति |
में समझ गया,
स्वर्ग का रास्ता यही है ||
में आगे बढ़ा,
तो एक सुन्दर रौशनी दिखी,
उसके पड़ते ही, में उसकी शक्तियों को मान गया,
और जीवन के सब रहस्य जान गया |
यह वही थी रोशनी,
जिसे अलग अलग नामों से दुनिया है पूजती
में जान गया,
स्वर्ग का रास्ता यही है ! यही है ! यही है !
-साकेत शर्मा |