स्वर्गीय सावन कुमार को समर्पित
सावन के महीने में
सावन चला गया
अब के बाद सावन कभी नहीं आएगा
जो कहकर गया है
तेरी गलियों में
न रखेंगे कदम आज के बाद
तेरे मिलने को न आयेंगे सनम
आज के बाद !!
– रफ़ी अरुण गौतम
सावन के महीने में
सावन चला गया
अब के बाद सावन कभी नहीं आएगा
जो कहकर गया है
तेरी गलियों में
न रखेंगे कदम आज के बाद
तेरे मिलने को न आयेंगे सनम
आज के बाद !!
– रफ़ी अरुण गौतम