स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
स्वयं सुधरें तो जग सुधरेगा
इस पर भला विचारें कौन?
कहने में कुछ और सही
कहे हुए पर ठहरे कौन?
भाग-दौड़ भरे इस जीवन में
अपने लिए समय निकालें कौन?
कहना- सुनना,लिखना- पढ़ना
हर समय की मांग हैं
कहा- सुना और लिखा-पढा भी
मगर जीवन में अपनाएं कौन?
‘मनु’ कहे थोड़ा तो ठहर जा
बिन कारण सुस्ताए कौन?
भगवती पारीक ‘मनु’