स्वप्न हम पूरा करें
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शुद्ध मन अपना रखें सब देश की सेवा करें
आज भारत मात का हर स्वप्न हम पूरा करें
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छोड़ दें बातें सभी जिन में भरा हो स्वार्थ ही
हो कलंकित जिन्दगी हम काम ना ऐसा करें
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जब कभी भारी मुसीबत आ गई हो सामने
संगठित हो तब सभी मिल सामना उसका करें
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दूर सत्ता से हुए जो लूट कर इस देश को
है यही अच्छा कि प्रतिदिन आइना देखा करें
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छद्म हैं कुछ लोग पहने दासताँ की बेड़ियाँ
चाहिए उनको कि अपने मन में उजियारा करें
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विश्व में भारत का फिर से बढ़ रहा उत्कर्ष है
हर कदम पर निर्वहन दायित्व हम अपना करें
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सुरेन्द्रपाल वैद्य