स्वप्न सब पूरे करेंगे, चाहे हों राहें कठिन
(डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि)
कोटि कोटि जन मानस में, कोई एक ऐंसे आते हैं
कर्म और व्यक्तित्व से जो, दुनिया को महकाते हैं
बनते हैं आदर्श जगत में, वे याद सदा आते हैं
गरीबी में पले बड़े, ढेरों उन्हें प्रणाम हैं
महान वैज्ञानिक शिक्षक राष्ट्रपति, डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम है
महान प्रतिभा के धनी, एक सरल इंसान थे
कर्म पथ पर रत सदा, ज्ञान और विज्ञान थे
अनवरत मेहनत से अपनी, मिसाइलों की तकनीक दी
सादगी शिक्षण से उन्होंने आगे बढ़ने की सदा सीख दी
मां भारती के लाड़ले, बे याद हर दम आएंगे
उनके बताए मार्ग पर हम, आगे ही बढ़ते जाएंगे
कर्म ही पूजा थी उनकी, कर्म ही उनका धरम
मनुज का कल्याण पथ, ध्येय था शांति अमन
श्रद्धावनत है राष्ट्र, करते तुम्हें शत शत नमन
स्वप्न सब पूरे करेंगे, चाहे हों राहें कठिन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी