स्वतंत्र
स्वतंत्र
क्या मैं स्वतंत्र हूँ
नहीं
मुझे रोक रखा है
सरहदों ने
स्वतन्त्र तो
पक्षी हैं
नहीं रोक सकतीं जिन्हें
सरहद भी
सरहद के इस पार भी
सरहद के उस पार भी
ये नहीं ठहराए जाते
घुसपैठिए
ये नहीं ठहराए जाते
दहशतगर्द
जो नहीं बताए जाते
दुश्मन देश के जासूस
नहीं किया जाता
इन पर संदेह
नहीं जांचे जाते
इनके दस्तावेज
नहीं डाला जाता
इन्हें जेलों में
मैं कितना परतन्त्र हूँ
ये कितने स्वतंत्र हैं
-विनोद सिल्ला