Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2017 · 2 min read

स्वतंत्रता दिवस

आज फिर १५ अगस्त है
हर कोई आज़ादी के जश्न में मस्त है
पुलिस वाले कुछ दिन पहले से ही
परेड में व्यस्त है
नौकरशाहों और नेताओं का जलवा,
आज दिखता ज़बरदस्त।

बच्चों ने सारा घर सुबह से सर पर उठाया है
उनके लिये नया-नया १५ अगस्त जो आया है
युवा तो एक दिन पहले से तैयारी करके है बैठे
क्यो की आज बंद रहने वाले है ठेके
महिलाओं को आज भी कहा आराम है
रोज़ से ज़्यादा तो आज काम है
सारे पतियों की है छुट्टी
बन रहे घरो में नये नये पकवान है

देश का क्या कहना है
वह तो निरंतर तरक़्क़ी के शिखर चढ़ रहा है
थोड़ा बन रहा तो थोड़ा बिगड़ रहा है
हर तरफ़ आज भी फैला अत्याचार है
बलात्कार है,भ्रष्टाचार है
मानवता का हो गया अंत है
शैतान घूम रहा बनकर संत है
कही कोई बन गया
ज़रूरत से ज्यादा धनवान है
तो कही कोई भूख और ग़रीबी से
बेतहाशा परेशान है
अस्पताल में मर रहे है बच्चे
और सड़कों पर किसान है

कहने को तो देश लगता आज़ाद सा है
थोड़ा आबाद सा है,थोड़ा बर्बाद सा है
हर तरफ़ बुराई है,समाज हो गया है गंदा
सिग्नल पर एक छोटा बच्चा बेच रहा है झंडा
बह जायेगी उस दिन सच में आज़ादी की गंगा
जब मजबूरी में कोई नही बेचेगा चोराहे-चोराहे पे तिरंगा।

अराजक्ता फैला रखी है
धर्मों के नाम पर
उँगलियाँ उठाई जाती है
ईमानदारों के काम पर
पुरानी संस्कृति का रंग हो चला है फीका
क्यो की अब भारत बनने जा रहा है अमरीका
आधुनिकता के नाम पर बन रहे है उधोग हज़ार
धुँआ छोड़ प्रकृति की छाती करते है तार-तार

प्रकृति को माँ तुम समझो,
ज़रा रखो तो उसका ध्यान
मानवता को धर्म बनालो
करो सबका सम्मान
खतरा तुम पर मँडरा रहा है,
ज़रा बचा लो अपने प्राण
अहिंसा जो तुम अपना लोगे
बन जाओगे गांधी जैसे इंसान
सकारात्मक होगा विचारों में बदलाव
तभी तो होगा देश का कल्याण
तभी तो कहलायेगा मेरा भारत महान।

आज फिर १५ अगस्त है
हर कोई आज़ादी के जश्न में मस्त है।

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें…..।

– अविनाश डेहरिया

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 501 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आंधी
आंधी
Aman Sinha
🙅बताएं माननीय🙅
🙅बताएं माननीय🙅
*प्रणय*
Cyclone Situation
Cyclone Situation
Otteri Selvakumar
*काले-काले मेघों ने ज्यों, नभ का सुंदर श्रृंगार किया (राधेश्
*काले-काले मेघों ने ज्यों, नभ का सुंदर श्रृंगार किया (राधेश्
Ravi Prakash
4746.*पूर्णिका*
4746.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पीड़ा
पीड़ा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
रक्षाबंधन....एक पर्व
रक्षाबंधन....एक पर्व
Neeraj Agarwal
नारी
नारी
Dr Archana Gupta
नौका को सिन्धु में उतारो
नौका को सिन्धु में उतारो
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुझमें क्या मेरा है ?
मुझमें क्या मेरा है ?
अरशद रसूल बदायूंनी
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां  ,
शाख़ ए गुल छेड़ कर तुम, चल दिए हो फिर कहां ,
Neelofar Khan
*कलम उनकी भी गाथा लिख*
*कलम उनकी भी गाथा लिख*
Mukta Rashmi
मन के सवालों का जवाब नाही
मन के सवालों का जवाब नाही
भरत कुमार सोलंकी
!!कोई थी!!
!!कोई थी!!
जय लगन कुमार हैप्पी
संघर्षों की
संघर्षों की
Vaishaligoel
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
कितने ही वादे करें,
कितने ही वादे करें,
sushil sarna
वो किताब अब भी जिन्दा है।
वो किताब अब भी जिन्दा है।
दुर्गा प्रसाद नाग
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
भाई दूज
भाई दूज
Mamta Rani
BJ88 - Nhà cái
BJ88 - Nhà cái
BJ88 - Nhà cái
चुप रहने की घुटन
चुप रहने की घुटन
Surinder blackpen
शिवाजी
शिवाजी
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मेरे दिल के खूं से, तुमने मांग सजाई है
मेरे दिल के खूं से, तुमने मांग सजाई है
gurudeenverma198
परिंदों का भी आशियां ले लिया...
परिंदों का भी आशियां ले लिया...
Shweta Soni
लघु कथा:सुकून
लघु कथा:सुकून
Harminder Kaur
दीपावली का पर्व महान
दीपावली का पर्व महान
हरीश पटेल ' हर'
"पैसा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...