स्वतंत्रता दिवस मनायी जाये
जिस देश का राजा मस्त हो,
अपने सत्ता के अभिमानी में,
जहाँ लोग गटकते हो भूख से,
पारले जी बिस्कुट पानी में,
जहाँ रोज शहीदों के अरमान,
सड़कों पर पानी-पानी होते हैं,
आओ उस प्यारे देश की,
स्वतंत्रता दिवस मनायी जाए।
जिस देश का राजा मस्त हो,
अपने सत्ता के अभिमानी में,
जहाँ लोग गटकते हो भूख से,
पारले जी बिस्कुट पानी में,
जहाँ रोज शहीदों के अरमान,
सड़कों पर पानी-पानी होते हैं,
आओ उस प्यारे देश की,
स्वतंत्रता दिवस मनायी जाए।