“ स्वतंत्रता की धीमी रफ्तार “
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
=================
विकास के कदम
आवाध गति से
चल रहा है !
जब से हमें
आजादी मिली है
तब से ही हमारा
देश चमक रहा है !!
प्रजातान्त्रिक परिवेशों
में हमारा भारत
बढ़ता चला गया !
यह सबके योगदानों
का सिलसिला
बनता चला गया !!
हमें उन
“स्वतंत्रता सेनानियों”
की कुर्बानिओं
को याद रखना है !
गर्व से उनके
बलिदानों को हमेशा
याद करना है !!
वो भ्रम टूट गए
विदेशों के जो कहते थे
हम चल ना सकेंगे !
कई दशकों से
हम चल रहे हैं
अब वे कहते हैं
हम रुक ना सकेंगे !!
पर हमारे कदम
कुछ अब
लड़खड़ाने लगे हैं !
एक कदम आगे
चलते हैं
तो दो कदम
पीछे आने लगे हैं !!
स्वास्थ्य सेवाओं में
हम अभी तक
संभल नहीं पाए !
लोग मरते चले गए
पर उनको हम
बचा नहीं पाए !!
शिक्षा का दीप भलीभाँति
ना जल पाया
हम शिक्षित ढंग से
कभी ना हो पाए !
शिक्षण संस्थानों
की हालत को
अब तक हम ना
कुछ कर पाए !!
हिन्दू -मुस्लिम
असहिष्णुता का
जम कर दुसप्रचार
होता है !
निरीह लोगों का
संरक्षण नहीं
अत्याचार सदा
ही होता है !!
इसतरह हम
एक कदम बढ़ते हैं
तो दो कदम
पीछे चले जाएंगे !
स्वास्थ ,शिक्षा
और सहिष्णुता पर
विजय पाकर ही
सही स्वतंत्रता मनाएंगे !!
=================
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज ० रोड
दुमका
झारखण्ड
भारत
15.08.2021.