स्वजातीय विवाह पर बंधाई
स्वजातीय विवाह पर बधाई
आज मैं उन नौजवानों को ,
हृदय से नमन करता हूं।
जो करे शादी सजाती से ,
उन्हें बधाई देता हूं ।।
प्रेम जाल का महाजाल ,
जंजाल बनाय देता है।
मां की ममता, पिता का प्यार,
भाई का दुलार छुड़ाए देता है।।
नौ माह गर्भ में रखे,
उस महतारी का बेटा हूं ।।
जो करे शादी स्वजातीय से ,
उन्हें बधाई देता हूं ।।
सोचो जरा गौर से सोचो ,
बहनों का दिल रोती है ।
जिसने देखा सपना अपना ,
वह कुर्बानी देती है ।।
भाई ने किया अंतर जाति विवाह ,
हम बहनें कहां जाएंगे।
भाई मिल जायेगा पैसा देकर ।
पर हम बिखर जाएंगे ।।
कईयों भाइयों को,
बहन के कारण सुधरते देखा हूं।
जो करे शादी स्वजातिय से
उन्हें बधाई देता हूं।।