स्पीड ब्रेकर
फेवीक्विक लाया है वो
बाजार से
शायद उसे नहीं पता
कि रिश्ते जुड़ते हैं केवल
प्यार,विश्वास और समर्पण से
उस दिन हुआ जिम्मेदारी का एहसास
जब पापा का जूता मेरे पैरों में आने लगा
हर खुशी की कीमत होती है
जिससे दुख का जन्म होता है
फिर कैसी खुशी….
कैसा गम….
हर बार कम करनी पड़ती है
भागते कदमों की रफ्तार
जिंदगी ने इतने स्पीड ब्रेकर जो बना रखे हैं