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12 Sep 2022 · 1 min read

स्नेहनिल बौछार

स्नेहनिल बौछार

आपके स्नेह की शीतलता से मन मानो शांत था
आपके आलिंगन की छुवन तपिश खत्म करता था
यादो की उष्णता से आज मन विचलित होता हैं
पापा आपके स्नेहनिल प्रेम की बौछार खो सी गई है

आनन्दित पल आज भी बहार बन खुशियां दे जाते हैं
अन्तःकरण मे मानो आज भी खुशियां भर जाती हैं
शीतल आभा लिए आपका अंक तलाशती हूँ
पापा आपके स्नेहनिल प्रेम की बौछार खो सी गई है

नयनो में आज भी छवि अलंकृत हैं आपकी
चलचित्र पटल पर आकृति उकेरित हो आपकी
अमित छाप जो बसी हैं मेरे अंतःकरण में
पापा आपके स्नेहनिल प्रेम की बौछार खो सी गई है

आपजे स्नेह से रिक्त मानो टूट सी गई हूँ मैं
लगता हैं वर्षो से विश्राम ही नही मिला जैसे मुझे
दिए कि लौ सा प्रेम बुझे दीपक की बाती हुआ
पापा आपके स्नेहनिल प्रेम की बौछार खो सी गई है
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद

Language: Hindi
78 Views
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