स्त्री की कहानी
स्त्री की कहानी
सलाह माँगती है
आज मेरी आत्मा तेरी आत्मा से……
एक सलाह मांगती है।
कि, खुद को जिंदा रखने की खातिर,
तेरे हीं साँसों में……
पनाह चाहती है।
आज मेरी आत्मा तेरी आत्मा से….
एक सलाह मांगती है।
एक सपना जो वर्षों से कोरी रही…..
मन के भावों को,
तुझसे जो जोड़ी रखीं,
उन भावों में,
तुझको बसाने कि खातिर…….
कुछ रातों की नींदें उधार मांगती है।
आज मेरी आँखें तेरी आँखों से…….
एक सलाह मांगती है ।
अनिल “आदर्श”