Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2022 · 1 min read

स्त्री का स्थान

स्त्री का स्थान कई स्थान से ऊंचा है
पर फिर भी उसे वह स्थान ना मिला
नहीं चाहती वह नारी देवी का स्थान बस
चाहती है वह सम्मान सदा अपनी एक पहचान सदा
है उसे सपने देखने का हक उन सपनों को पूरा करने का हक
उन सपनों को पूरा करने देना उसके पंखों को एक नई उड़ान भर लेने देना
मत कुचलना उनके पंखों को उसका भी यह खुला आसमान है
नारी है सब कुछ सह सकती है कमजोर नहीं वह अपने हक के लिए भी लड़ सकती है
उसने कभी किसी का स्थान ना छीना है और उसने अपनी ही शक्ति से अपना स्थान पाया है
9 महीने अपने गर्भ में रख एक नए जीव को नया नवजीवन देती है
मर कर भी खुद का एक नया जन्म लेती है
कितना त्याग वह करती है जन्म देकर भी उस नवजीत जीव को अपना नाम ना देकर एक पिता का नाम देती है
क्या वह स्थान नारी का कोई ले पाएगा
एक बेटी बनकर जन्म लेते हैं बेटी बहन एक नया रिश्ता लेती है
बड़ी हो जाती है जब वह किसी की पत्नी किसी की बहू तो किसी की मां बन जाती है
न जाने कितना त्याग वह करती है क्या हुआ अपना स्थान पाती है
नहीं चाहिए देवी का स्थान उसे बस वह हर रिश्तो से एक मान सम्मान और प्यार ही चाहती है

*** नीतू गुप्ता

Language: Hindi
2 Likes · 213 Views

You may also like these posts

शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
शायरी - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
तुम्हें क्या लाभ होगा, ईर्ष्या करने से
gurudeenverma198
चंचल मन
चंचल मन
उमेश बैरवा
ऐसा लगता है
ऐसा लगता है
Shekhar Chandra Mitra
गांव प्यारा
गांव प्यारा
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
अगर आप आदमी हैं तो / (नईकविता)
अगर आप आदमी हैं तो / (नईकविता)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कौन उठाये मेरी नाकामयाबी का जिम्मा..!!
कौन उठाये मेरी नाकामयाबी का जिम्मा..!!
Ravi Betulwala
मजहब
मजहब
ओनिका सेतिया 'अनु '
*भरोसा हो तो*
*भरोसा हो तो*
नेताम आर सी
രാവിലെ മുതൽ
രാവിലെ മുതൽ
Otteri Selvakumar
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Shashi Dhar Kumar
शिक्षा ही जीवन है
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/43.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीतिका
गीतिका
जगदीश शर्मा सहज
Pyar ka pahla khat likhne me wakt to lagta hai ,
Pyar ka pahla khat likhne me wakt to lagta hai ,
Sakshi Singh
दादी...।
दादी...।
Kanchan Alok Malu
मकान जले तो बीमा ले सकते हैं,
मकान जले तो बीमा ले सकते हैं,
पूर्वार्थ
" कश्तियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
आग़ाज़
आग़ाज़
Shyam Sundar Subramanian
स्वार्थ
स्वार्थ
Neeraj Agarwal
” ये आसमां बुलाती है “
” ये आसमां बुलाती है “
ज्योति
दिल कि गली
दिल कि गली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैं क्या लिखूँ
मैं क्या लिखूँ
Aman Sinha
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
Ravi Prakash
कहानी
कहानी
कवि रमेशराज
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
#सामयिक_मुक्तक-
#सामयिक_मुक्तक-
*प्रणय*
*ग़ज़ल*/ *सियासत*
*ग़ज़ल*/ *सियासत*
नवल किशोर सिंह
हिन्दी पहचान
हिन्दी पहचान
Seema gupta,Alwar
Loading...