स्टेच्यू ऑफ यूनिटी लौह पुरुष
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी : लौह पुरुष
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सरदार हम सभी का शान हैं,
भारत देश का पहचान है।
इतिहास के गलियारे खोजते है,
ऐसे सरदार पटेल दिल में बसते है।
लौह पुरुष की ऐसा छवि था,
ना देखा, ना सोचा कभी था।
आवाज शेर की दहाड़ था,
ह्रदय कोमलता की पुकार था।
एकता के सूत्र में जिसनें बांधा था,
छोटे छोटे देश को एक मिलाया था।
गरीब किसानों का सरदार था ,
दुश्मनों के लिए असरदार था ।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाकर,
दिया हमको सुंदर उपहार ।
देश का यह गौरव हमारा,
सबका सपना हुआ साकार।
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रचनाकार डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
पिपरभावना, बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822