Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2023 · 1 min read

स्कूल चलो

स्कूल चलो

खेलना कूदना
उधम मचाना
प्यारे बच्चों जाओ भूल।
घंटी बजी
बस्ता सजी
चलो चलो जी स्कूल।
पुस्तक उठाओ
पाठ पढ़ो
मिटे जिससे अज्ञानता का शूल।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

1 Like · 247 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आंगन को तरसता एक घर ....
आंगन को तरसता एक घर ....
ओनिका सेतिया 'अनु '
जब नयनों में उत्थान के प्रकाश की छटा साफ दर्शनीय हो, तो व्यर
जब नयनों में उत्थान के प्रकाश की छटा साफ दर्शनीय हो, तो व्यर
Sukoon
2780. *पूर्णिका*
2780. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..........अकेला ही.......
..........अकेला ही.......
Naushaba Suriya
मार न डाले जुदाई
मार न डाले जुदाई
Shekhar Chandra Mitra
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
जितना बर्बाद करने पे आया है तू
कवि दीपक बवेजा
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
बेरूख़ी के मार से गुलिस्ताँ बंजर होते गए,
_सुलेखा.
लेखनी चले कलमकार की
लेखनी चले कलमकार की
Harminder Kaur
हालात भी बदलेंगे
हालात भी बदलेंगे
Dr fauzia Naseem shad
हर वर्ष जला रहे हम रावण
हर वर्ष जला रहे हम रावण
Dr Manju Saini
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है
नूरफातिमा खातून नूरी
नाम के अनुरूप यहाँ, करे न कोई काम।
नाम के अनुरूप यहाँ, करे न कोई काम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
💐 Prodigi Love-47💐
💐 Prodigi Love-47💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
उस वक़्त मैं
उस वक़्त मैं
gurudeenverma198
बेजुबान और कसाई
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
ऑनलाइन फ्रेंडशिप
ऑनलाइन फ्रेंडशिप
Dr. Pradeep Kumar Sharma
****वो जीवन मिले****
****वो जीवन मिले****
Kavita Chouhan
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
Surya Barman
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
नज़र नज़र का फर्क है साहेब...!!
नज़र नज़र का फर्क है साहेब...!!
Vishal babu (vishu)
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
चिंतित अथवा निराश होने से संसार में कोई भी आपत्ति आज तक दूर
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
अनपढ़ व्यक्ति से ज़्यादा पढ़ा लिखा व्यक्ति जातिवाद करता है आ
Anand Kumar
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
पात उगेंगे पुनः नये,
पात उगेंगे पुनः नये,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*सीता (कुंडलिया)*
*सीता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको)
■ नज़्म (ख़ुदा करता कि तुमको)
*Author प्रणय प्रभात*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...