मुस्कान…
इंतजार, ख्वाब, आरजू, हकीकत
जाने क्या-क्या ना जोड़ा हमने…
तेरी एक मुस्कान के बदले
इन सबका सौदा कर आए…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’
इंतजार, ख्वाब, आरजू, हकीकत
जाने क्या-क्या ना जोड़ा हमने…
तेरी एक मुस्कान के बदले
इन सबका सौदा कर आए…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’