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7 Jul 2016 · 1 min read

सौगात………. (ईद मुबारक )

सौगात…. (ईद मुबारक )

ईद मनाने गया था यार के दर पे
खाली हाथ…………………………..!
रस्म अदायगी से गले मिले हम दोनों
आंसू छलक गये उसके मिले वर्षो बाद
मैंने भी हाथ फैला दिए ……………!
इबादत में उनकी सौगात समझकर
ले आया अपने साथ ………………..!!
!
!
!
ईद मुबारक
डी, के निवातियाँ _______@@@

Language: Hindi
281 Views
Books from डी. के. निवातिया
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