सौंदर्य छटा🙏
सौंदर्य🙏
घन घना-घन अम्बर से
गद गद पानी बरस रही
टिप टिप बूंदें टपक रही
नग तल श्वेत श्रृंगार की
चांदी सी वसन चमक
मनभावन छटा बिखेर
सप्तरंगी इंद्रधनुष जन
सौन्दर्य उर्जा बढ़ा रही
गाछी डाली गले लिपट
दारुन कथा सुना रही
वेदर्दी मौसम की हुंकार
सुन रुह रुक्ष की काँप रही ।
टी.पी. तरुण