!! सोपान !!
** प्रथम सोपान
थाना है,बिज़नस का ज़माना है, बिज़नस को बढ़ाना है
जांच नहीं
पड़ताल नहीं
कोई तहक़ीकात नहीं
घर से पकड़ के लाना है
रोड़वेज बतलाना है
किसे पकड़ना किसे छोड़ना
कौन असामी गोटा है
हर थाने का कोटा है
कोटे में इन्कम मोटा है
बिगड़ी हुई व्यवस्था है
या बिगड़ा हुआ ज़माना है
अपराध का ग्राफ चढ़ाना है, बिज़नस को बढ़ाना है
** द्वितीय सोपान
अदालत है
न्याय से अधिक
ज़लालत है
परेशान हर बन्दा है
मार-पीट में पैरालाइज्ड
रेप में आता अंधा है
यह खेल बड़ा ही गंदा है
पर अधिवक्ता का धंधा है
तारीख पर तारीख जाना है
बिज़नस का ज़माना है, बिज़नस को बढ़ाना है
** तृतीय सोपान
ज़ेल है
ज़ेल भेजना खेल है
वहां का एक पैमाना है
सौ में साठ चुराना है
बीस आना दस जाना है
क्या खोना, क्या पाना है
“चुन्नू”बिज़नस का ज़माना है, बिज़नस को बढ़ाना है
•••• कलमकार ••••
चुन्नू लाल गुप्ता – मऊ(उ.प्र.)