गुड़िया रानी
घर आई है गुड़िया रानी
उसकी सुन लो आज कहानी
पापा की है बड़ी लाडली
कोमल नाजुक सी लगे कली
मम्मी की आँखों का सपना
गुड़िया रानी का क्या कहना
जब भी दादी लोरी गाती
गुड़िया रानी चुप सो जाती
झूला दादू की बांहों का
शुरू हुआ जगना रातों का
लगती बहुत बुआ को प्यारी
दोनों आँगन की फुलवारी
बड़ा हुआ परिवार हमारा
महका घर संसार हमारा
12-02-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद