सोच
वैसे ही इंसान हम, जैसी अपनी सोच
और वही होते सफल, जिनमें होती लोच
जिनमें होती लोच, वक़्त होता है जैसा
जैसे हो हालात, सोच लेते वो वैसा
रहें ‘अर्चना’ शांत, बहें निर्मल जल जैसे
मिलती जैसी राह, बहे जाते वो वैसे
13-01-2018
डॉ अर्चना गुप्ता
वैसे ही इंसान हम, जैसी अपनी सोच
और वही होते सफल, जिनमें होती लोच
जिनमें होती लोच, वक़्त होता है जैसा
जैसे हो हालात, सोच लेते वो वैसा
रहें ‘अर्चना’ शांत, बहें निर्मल जल जैसे
मिलती जैसी राह, बहे जाते वो वैसे
13-01-2018
डॉ अर्चना गुप्ता