Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Nov 2023 · 1 min read

सोच का आईना

ग़ौर से ख़ुद को देख लो तुम भी ।
सोच का आईना भी होता है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 297 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
Trishika S Dhara
😊सुप्रभातम😊
😊सुप्रभातम😊
*प्रणय*
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - ३)
Kanchan Khanna
परदेसी की  याद  में, प्रीति निहारे द्वार ।
परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
sushil sarna
जीवन
जीवन
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
देख कर उनको
देख कर उनको
हिमांशु Kulshrestha
एक मन
एक मन
Dr.Priya Soni Khare
#विनम्रता
#विनम्रता
Radheshyam Khatik
"लौ दीये की"
Dr. Kishan tandon kranti
3169.*पूर्णिका*
3169.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
करके  जो  गुनाहों  को
करके जो गुनाहों को
Dr fauzia Naseem shad
कविता : याद
कविता : याद
Rajesh Kumar Arjun
आफताब भी ख़ूब जलने लगा है,
आफताब भी ख़ूब जलने लगा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"मुश्किलों से मुकाबला कर रहा हूँ ll
पूर्वार्थ
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Mishra " नीर "
अपना  पथ  स्वयं  बनाओ।
अपना पथ स्वयं बनाओ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
लिख के उंगली से धूल पर कोई - संदीप ठाकुर
लिख के उंगली से धूल पर कोई - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
कांवड़िए
कांवड़िए
surenderpal vaidya
बूंद बूंद से सागर बने
बूंद बूंद से सागर बने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Expectation is the
Expectation is the
Shyam Sundar Subramanian
*आत्मविश्वास*
*आत्मविश्वास*
Ritu Asooja
आम के छांव
आम के छांव
Santosh kumar Miri
గురు శిష్యుల బంధము
గురు శిష్యుల బంధము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
जिंदगी मुस्कुराती थी कभी, दरख़्तों की निगेहबानी में, और थाम लेता था वो हाथ मेरा, हर एक परेशानी में।
Manisha Manjari
टीस
टीस
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*प्रभो हमें दो वह साहस हम, विजय दुष्ट पर पाऍं (गीत)*
*प्रभो हमें दो वह साहस हम, विजय दुष्ट पर पाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
"कितना कठिन प्रश्न है यह,
शेखर सिंह
बहुत उम्मीदें थीं अपनी, मेरा कोई साथ दे देगा !
बहुत उम्मीदें थीं अपनी, मेरा कोई साथ दे देगा !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...