!! सोच कर तो देखो !!
कभी किसी भूखे को देखो
तो पता चले भूख क्या होती है
कभी किसी लंगडे को देखो
तो मालूम हो चाल क्या होती है
कभी किसी अन्धे को देखो
तो पता चले रोशनी क्या कह्ती है
कभी किसी अकेले को देखो
तो पता चलेगा रिश्तेदारी क्या होती है
कभी किसी प्यासे को पानी पिला के देखो
पता चले जब की प्यास कैसी होती है
कभी किसी के मासूम को माँ से जुदा होते देखो
पता चलेगा कि माँ की ममता की छाँव कैसी होती है
एक बार उपर वाले के प्यार में डूब कर देखो
पता चल जायेगा इस उस से जुदाई कैसी होती है
अजीत कुमार तलवार
मेरठ