~~सोच कर आना~~~
आना है अगर आपको
मेरी जिन्दगी में
तो सोच कर आना ,
कि, फिर वापिस नहीं जाना है !!
दुःख हो या सुख
सब अब मिलकर सहना है
कहने को बहुत कुछ है
पर मुझ को बस इतना कहना है !!
काँटों से भरी है
जिन्दगी मेरी, यह समझ लो
हस कर या रो कर
संग संग जीवन बिताना है !!
किस्मत से मिल गए गर हम
तो रहम उस का होगा
हर राह पर रूक रूक कर
बस चलते ही चले जाना है !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ