सोचो, परखो, तोलो, जांचो, फिर अपना मत देना भाईII
विगत हुए उस कालखंड को वर्तमान से तोलो भाई
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जागो मतदाता अब जागो, फिर चुनाव की बेला आयीI
सोचो, परखो, तोलो, जांचो, फिर अपना मत देना भाईII
हम इन वादों में क्यों उलझें, क्यों इनके झांसे में आयेंI
हमने सबको अजमाया है, इस पर थोड़ी बुद्धि लगायेंII
विगत हुए उस कालखंड को, वर्तमान से तोलो भाईI
सोचो परखो तोलो जांचो, फिर अपना मत देना भाईII
श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबादI