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30 Aug 2020 · 1 min read

सोचा भी न था 1

****** सोचा भी न था ********
***************************
होगा बुरा अंजाम सोचा भी न था
हासिल ऐसा मुकाम सोचा भी न था

अनीतिपूर्ण है निलंबन का फैसला
होंगे सड़क किनारे सोचा भी न था

परिवार का खुशियों भरा यह संसार
जाएगा यूँ ही बिखर सोचा भी न था

सपने संजाएं जीवन के खुशी खुशी
टूटेंगे सारे अरमान सोचा भी न था

सूत्रधार,अपराधी प्रभावित ही नहीं
बलि चढ़़े हैं निर्दोष सोचा भी न था

जिन्दगी के पड़ाव में करेंगे वो क्या
हों जाएंगे बेरोजगार सोचा भी न था

मिली थी पद प्रतिष्ठा मान सम्मान
पल में जाएगी छिन सोचा भी न था

कल तक करते थे यहाँ अर्जन कार्य
बन जाएंगे भिक्षार्थी सोचा भी न था

घोर अन्याय से मिली है गहरी चोट
फंस जाएंगे मंझदार सोचा भी न था

पीड़ित के दिलोदिमाग हैं भारी भारी
होंगे सदमें में बेहाल सोचा भी न था

सर्व शिक्षक संघ बिल्कुल साथ खड़े
पी टी आई बर्खास्त, सोचा भी न था

दुख सुख बहते हैं एक ही दरिया में
डूबो देगी. सरकार ,सोचा भी न था

मनसीरत तकलीफों में है साथ खड़ा
उजड़े हैं बीच बाजार,सोचा भी न था
***************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Comment · 186 Views
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