सोचने लायक बात – (१०० शब्दों की कहानी)
मैं मैट्रो मे सफर कर रही थी । एक औरत किताब पढ़ रही थीं सामने बैठा उसका छोटा बच्चा भी किताब पढ़ रहा था तभी मेरे बाजू मे खडे एक सज्जन ने महिला से पुछा “आपने स्मार्ट्फ़ोन की जगह बच्चे के हाथ मे किताब कैसे दे दी…जबकि आजकल बच्चों को हर समय स्मार्ट्फ़ोन मोबाइल चाहिए ।” उस महिला का जवाब सुनकर, मै थोड़ी देर सोच मे पड गयी उसका जवाब था….”बच्चे हमारी कहाँ सुनते है वो बल्कि हमारी नकल करते हैं…” बच्चे हमारी देखा देखी ही करते हैं । इस लिए बच्चों के सामने अन्य विचार भी सोच समझकर ही बोलना चाहिए नहीं तो बच्चे तो वहीं सीखते हैं जो हम करते हैं । धन्यवाद आपका