सैनिक
बलिदान करे जो सैनिक
स्मारक बने वो सैनिक
है तुझको नमन।
अभिमान करे जो सैनिक
मातृगान करे वो सैनिक
है तुझको प्रणाम।
गर्व करे जो सैनिक
आत्म – पर्व करे वो सैनिक
है तुझको सलाम।
शपथ करे जो सैनिक
अहम करे वो सैनिक
है तुझको कोटि – कोटि प्रणाम।
जन – कल्याण करे जो सैनिक
जग का ध्यान करे वो सैनिक
है तुझको वंदना।
जिसका आदर करें हम जो सैनिक
निज न ध्यान करे वो सैनिक
है तुझको शीश – नमन।
सर्वोपरि रखे देश को जो सैनिक
ध्वस्त करे शत्रुयों के जोश को वो सैनिक
है तुझको नमस्कार।
करे परवाह वतन का जो सैनिक
त्याग करे अपनेपन का वो सैनिक
है तुझको नमन।
भीड़ जाए जो वो सैनिक
अड़ जाए जो वो सैनिक
है तुझको सलाम।
कुटुंब देश समझे जो सैनिक
भेद न समझे वो सैनिक
है तुझको नमन।
देशभक्ति की पहचान है सैनिक
देश का अभिमान है सैनिक
है तुझको शीश – नमन।
———-सोनी सिंह
बोकारो(झारखंड)