Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Aug 2020 · 1 min read

सेल

प्रेम का मौसम
निकल जाने के बाद तुमने
एक पर एक फ्री की तर्ज पर
मेरा मूल्यांकन किया
व्यापारियों की तरह
नया स्टाक लाने की गर्ज पर ।

यह बात वह नहीं मानेगे
जो हृदय को
शरीर में स्थित आत्मा को
आत्मा की आवाज को
नहीं सुनना चाहते
बुद्धि होने की तर्ज पर

मुझ अनबिके माल को
हर माह उपयोगी समझ
शायद आएगा कोई ले जाने के लिए
और सहेज कर रखेगा
आगे के हर मौसम में
उपयोग करने के लिए

Language: Hindi
4 Likes · 554 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Laxmi Narayan Gupta
View all
You may also like:
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोहा ग़ज़ल (गीतिका)
दोहा ग़ज़ल (गीतिका)
Subhash Singhai
* ऋतुराज *
* ऋतुराज *
surenderpal vaidya
"बाणसुर की नगरी"
Dr. Kishan tandon kranti
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
अहसासे ग़मे हिज्र बढ़ाने के लिए आ
Sarfaraz Ahmed Aasee
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
कवि रमेशराज
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
शेखर सिंह
अगर आप केवल अपना स्वार्थ देखेंगे तो
अगर आप केवल अपना स्वार्थ देखेंगे तो
Sonam Puneet Dubey
*परिवर्तन में छिपा हुआ है, सुख के रहस्य का शुभ झरना (राधेश्य
*परिवर्तन में छिपा हुआ है, सुख के रहस्य का शुभ झरना (राधेश्य
Ravi Prakash
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
उम्र भर का सफ़र ज़रूर तय करुंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
छलते हैं क्यों आजकल,
छलते हैं क्यों आजकल,
sushil sarna
..
..
*प्रणय*
"जरूरतों में कम अय्याशियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll
पूर्वार्थ
Let us converse with ourselves a new this day,
Let us converse with ourselves a new this day,
अमित
व्याकुल मन की व्यञ्जना
व्याकुल मन की व्यञ्जना
हिरेन जोशी
कर्म
कर्म
इंजी. संजय श्रीवास्तव
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
हर दिल में एक टीस उठा करती है।
TAMANNA BILASPURI
सपने
सपने
अशोक कुमार ढोरिया
युवा मन❤️‍🔥🤵
युवा मन❤️‍🔥🤵
डॉ० रोहित कौशिक
बरसात
बरसात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
तुम्हारी हाँ है या ना ?
तुम्हारी हाँ है या ना ?
Dr. Rajeev Jain
होकर उल्लू पर सवार।
होकर उल्लू पर सवार।
Pratibha Pandey
आसमाँ  इतना भी दूर नहीं -
आसमाँ इतना भी दूर नहीं -
Atul "Krishn"
“मैं सब कुछ सुनकर भी
“मैं सब कुछ सुनकर भी
गुमनाम 'बाबा'
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
Priyank Upadhyay
किसी भी दीद
किसी भी दीद
Dr fauzia Naseem shad
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
जो दर्द किसी को दे, व्योहार बदल देंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
अंजानी सी गलियां
अंजानी सी गलियां
नेताम आर सी
4276.💐 *पूर्णिका* 💐
4276.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...