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28 Jul 2024 · 1 min read

सृष्टि की रचना हैं

सृष्टि की रचना हैं
महिला और पुरुष,
पर हैं दोनों के ही
अलग-अलग दायरे
उस दायरे के अंदर ही
दोनों बेमिसाल हैं…
दायरे के बाहर तो
उनका बुरा हाल है!
दिये गए दायित्वों का
निर्वहन करें वे अच्छे से,
यही खुदा की भी चाह है।
….अजित कर्ण ✍️

1 Like · 34 Views
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