*सूरत के अपेक्षा सीरत का महत्व*
” बाहरी खूबसूरती और बनावट पर
अक्सर लोगों की नजर जायें
अंदरुनी गुण और सादगी ना किसी को भायें
सूरत का क्या यह तो पल भर में मिट जायें
सीरत ही है जो जिंदगी भर साथ निभायें
ध्यान नहीं खींचती अक्सर सीरत
और सूरत सुंदरता सबको मोह लिए जायें
कोशिश कीजिए तो सीरत बनाने की
सूरत का क्या है यह तो कभी भी साथ छोड़ जायें”