सूरज हूँ रमक छोड़ जाऊंगा , मिट भी गया तो चमक छोड़ जाऊंगा – राजू भाई कसौधन (राष्ट्रीय अध्यक्ष , अखिल भारतीय वैश्य कसौधन महासभा ट्रस्ट , रजि )
राजू भाई कसौधन यह नाम आज कसौधन बिरादरी में अछूता नहीं है , बिरादरी के बहुत ही काम लोग है जिन्होंने अपना परिचय केवल अपने स्थली तक सिमित न रखते हुए पुरे भारत में फैलाया है। उद्योगी , समाज प्रेमी, बिरादरी प्रेमी और समाज में आदर्श की भूमिका में राजू भाई है। वैसे राजू भाई मुम्बई के करीब पुणे से है लेकिन अभी पुरे भारत में बसते है। महीने के अधिक तर वो तो किसी न किसी कसौधन बिरादरी के कार्यक्रम में व्यस्त रहते है। ढेड़ सौ साल के इतिहास में शायद ही किसी ने बिरादरी को लेकर, बिरादरी के प्रति इतने आक्रोश और विग्रस काम किया हो। जिनकी वाणी भले ही मधुर है , लेकिन वह काम करने और रिजल्ट देने में विश्वास करते है।
समाज से जुड़ने के पहले उनके परिवार में उनकी पत्नी, बच्चे , भाई, माता जी आदि थे, लेकिन अब होने पुरे अखिल भारत कसौधन को ही अपना परिवार बना लिया है। यही कारण है कि उन्हें अखिल भारतीय वैश्य कसौधन बिरादरी महासभा ट्रस्ट ( पंजीकृत ) संस्था का अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। यही वह संस्था है जो सचमुच में एक्टिवली कसौधन बिरादरी के उत्थान के लिए अग्रसर है , इसी सस्था के माध्यम से राजू भाई ने तीन साल में समाज को एक नए मुकाम पर पंहुचाने का प्राण किया है। इस यज्ञ में वे अकेले नहीं बल्कि कसौधन बिरादरी के सभी जेष्ठ , युवा, महिलायें तथा हर वर्ग कार्यकर्ता उनके साथ है।
मुंबई में १४ फरवरी २०२१ को हुए मीटिंग में उन्होंने सत्रह सूत्रीय कार्यक्रम की रचना बनायी, जो मुख्य रूप से कसौधन बिरादरी के उत्थान और सेवा का कार्य करेगी।
अनेक उद्योग होते हुए भी , अपने व्यस्त समय से वे हमेशा कसौधन बिरादरी की सेवा के लिए तत्पर रहते है। अपना समय, विचार , मन, धन और सपने सभी उन्होंने स्वजन को समर्पित किया है। राजू भाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से कसौधन बिरादरी में एक आशा की किरण ने दस्तक दी है और हमें पूरा विश्वास है की वह लोगो के विश्वास पर खरे उतरेंगे और समाज को एक नयी दिशा प्रदान करेंगे।