सूरज को इल्जाम
पेड़ लगाने का कभी ,किया नही शुभ काम !
वे भी अब देने लगे,…..,सूरज को इल्जाम !!
काटे जंगल अनगिनत,हुआ नही तब भान !
गर्मी से अब कह रहे,..निकल रही है जान !!
रमेश शर्मा.
पेड़ लगाने का कभी ,किया नही शुभ काम !
वे भी अब देने लगे,…..,सूरज को इल्जाम !!
काटे जंगल अनगिनत,हुआ नही तब भान !
गर्मी से अब कह रहे,..निकल रही है जान !!
रमेश शर्मा.