Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2017 · 1 min read

सुहानी सी एक शाम

वो छुप छुप कर यूँ हमारा मिलना।
और वो हमारा संग संग चलना।।
कभी हँसना तो कभी मुस्कुराना।
यूँ हाथों में एक दुजे हाथ लिए।।
कभी डर तो कभी खुशी से भरी।
साथ में बिताई हमारी सुहानी सी एक शाम।।।।

Language: Hindi
1 Like · 920 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अन्तर्मन को झांकती ये निगाहें
अन्तर्मन को झांकती ये निगाहें
Pramila sultan
ग़ज़ल _ मिरी #मैयत पे  रोने मे.....
ग़ज़ल _ मिरी #मैयत पे  रोने मे.....
शायर देव मेहरानियां
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
हिन्दी दोहा बिषय- कलश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
6) “जय श्री राम”
6) “जय श्री राम”
Sapna Arora
💐Prodigy Love-45💐
💐Prodigy Love-45💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
***
*** " मन मेरा क्यों उदास है....? " ***
VEDANTA PATEL
हिन्दू जागरण गीत
हिन्दू जागरण गीत
मनोज कर्ण
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
लुटा दी सब दौलत, पर मुस्कान बाकी है,
Rajesh Kumar Arjun
खुद को संभाल
खुद को संभाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बे-ख़ुद
बे-ख़ुद
Shyam Sundar Subramanian
3056.*पूर्णिका*
3056.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो सबके साथ आ रही थी
वो सबके साथ आ रही थी
Keshav kishor Kumar
दलदल
दलदल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
क्या देखा
क्या देखा
Ajay Mishra
जहरीले धूप में (कविता )
जहरीले धूप में (कविता )
Ghanshyam Poddar
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Mai pahado ki darak se bahti hu,
Sakshi Tripathi
बेटा ! बड़े होकर क्या बनोगे ? (हास्य-व्यंग्य)*
बेटा ! बड़े होकर क्या बनोगे ? (हास्य-व्यंग्य)*
Ravi Prakash
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
AJAY AMITABH SUMAN
"सूरत और सीरत"
Dr. Kishan tandon kranti
दीवार का साया
दीवार का साया
Dr. Rajeev Jain
✍🏻 #ढीठ_की_शपथ
✍🏻 #ढीठ_की_शपथ
*Author प्रणय प्रभात*
हम दोनों के दरमियां ,
हम दोनों के दरमियां ,
श्याम सिंह बिष्ट
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
*आत्मविश्वास*
*आत्मविश्वास*
Ritu Asooja
सफर अंजान राही नादान
सफर अंजान राही नादान
VINOD CHAUHAN
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
मुद्दतों बाद खुद की बात अपने दिल से की है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
मौन मुसाफ़िर उड़ चला,
sushil sarna
जय शिव-शंकर
जय शिव-शंकर
Anil Mishra Prahari
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
झूठी हमदर्दियां
झूठी हमदर्दियां
Surinder blackpen
Loading...