सुरक्षा पर कविता
सुरक्षा के नारे
सुरक्षा के बिना जीवन कैसा,
खुली हवा में दीपक जैसा ।
कार्य चाहे कहीं करें पालन करे निर्देश,
काली का मंत्र है यह सुरक्षा का संदेश ।
देश की जनता का नारा है,
सुरक्षा का जीवन अपनाना है।
हिंदुस्तान के धन को बचाना है,
सुरक्षा यंत्र पहन कर काम में लग जाना है ।
हर श्रमिक और कर्मी का है यह नारा,
सुरक्षा सहित खुशहाल हो जीवन हमारा।
एक भूल करे नुकसान,
जीने रोजी रोटी और मुस्कान ।
सुरक्षा के हैं चार सबूत,
हेलमेट चश्मा बेल्ट बूट।
अपने जीवन में कुछ सुधार लाओ,
हिंदुस्तान देश को तरक्की पहुंचाओ।
हर निगाह में सुरक्षा नजर आए,
अभी भी शरीर पर नुकसान ना आए।
खान मनजीत भी सुरक्षा का रखें ध्यान,
सुरक्षित शरीर और बढ़ेगा सम्मान ।
खान मनजीत भावड़िया मजीद
गांव भावड तह गोहाना सोनीपत हरियाणा
9671504409